Mahatma Gandhi Sewa Prerak Bharti 2023: युवाओं के लिए खुशखबरी, राजस्थान में 50 हजार महात्मा गाँधी सेवा प्रेरकों की होगी भर्ती, जानिये कितने मिलेगी सैलरी राजस्थान में, राज्य सरकार ने 50,000 महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों (सेवा प्रेरकों) का चयन करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रेरित शांति और सद्भाव का संदेश फैलाएंगे। ये प्रेरक न केवल लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देंगे बल्कि महात्मा गांधी पुस्तकालय और संविधान केंद्र भी स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की चयन प्रक्रिया एवं नियमावली को मंजूरी दे दी है। प्रेरकों को 4,500 रुपये का मासिक मानदेय मिलेगा और उन्हें ग्राम पंचायत (ग्राम परिषद) और शहरी वार्ड स्तर पर नियुक्त किया जाएगा।
प्रेरकों की योग्यता और कार्यकाल
यहां प्रेरकों के लिए योग्यता और कार्यकाल का विवरण दिया गया है:
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता: कक्षा 12वीं या समकक्ष।
- बजट पूर्व घोषणा में चयनित महात्मा गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविरों के प्रमाण पत्र धारकों, स्काउट गाइड, एनसीसी प्रमाण पत्र धारकों, सुरक्षा मित्रों, महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता दी जायेगी।
- आयु आवश्यकता: आवेदकों की आयु 21 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- प्रेरकों का कार्यकाल एक वर्ष का होगा।
- प्रत्येक जिले में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चयन प्रक्रिया के लिए नोडल अधिकारी के रूप में काम करेंगे।
- चयन प्रक्रिया के लिए उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाएगा।
- जिला स्तर पर, जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली एक समिति चयनित उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देगी और अनुमोदन के लिए शांति और अहिंसा निदेशालय को भेजेगी।
- चयनित प्रेरकों को गांधी दर्शन में प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरना होगा।
- प्रेरकों की ऑनलाइन उपस्थिति, निगरानी एवं भुगतान का प्रबंधन सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा।
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इस पहल का उद्देश्य सार्वजनिक सेवा में सक्रिय रूप से संलग्न रहते हुए महात्मा गांधी की शिक्षाओं और सिद्धांतों को बढ़ावा देना है। प्रेरक राजस्थान राज्य में शांति और अहिंसा की संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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